प्रिय पाठकों मेरा नाम डॉ० मानवती निगम है । आज मैं आपको” हिन्दी साहित्य के इतिहास के स्रोतों” के बारे में बता रही हूँ कि किन – किन विद्वानों ने कौन – कौन सी पुस्तक लिखी है। मैने आज लगभग सभी स्रोतो को सम्मलित किया है। हिन्दी साहित्य के इतिहास के स्रोत बहुत ही महत्वपूर्ण Topic है जहाँ से प्रतियोगी परिक्षाओं में प्रश्न आते है । अतः मेरा प्रयास है कि हिन्दी साहित्य से सम्बन्धित सभी जानकारी आप तक पहुँचे ।

हिन्दी साहित्य के इतिहास के स्रोत
हिन्दी साहित्य के इतिहास के स्रोत
1 . गोकुलनाथ – रचनाकाल – वि० सं० 1625
( i ) चौरासी वैष्णवन की वार्ता
( ii ) दो सौ बावन वैष्णवन की वार्ता
इन दोनों रचनाओं में पुष्टिमार्ग में दीक्षित वैष्णव भक्त कवियों के जीवन पर गद्य में प्रकाश डाला गया है। अष्टछाप के कवियों का विवरण भी इन रचनाओं से प्राप्त होता है।
2 . नाभादास
रचना – भक्तमाल, रचनाकाल – वि० सं० 1642
200 भक्त कवियों का परिचय 316 छप्पय छंदों में दिया गया है। ( ग्रियर्सन के अनुसार इनका मूलनाम नारायणदास था ) अग्रदास के शिष्य नाभादास थे।
3. बेणी माधव दास
रचना – मूल गोसाई चरित , रचनाकाल – वि० सं० 1687
चौपाई , दोहा , त्रांटक , छंदों में तुलसी का जीवन चरित्र वर्णित है। बेणी माधव दास तुलसी के शिष्य थे।

ध्रुवदास
4 . ध्रुवदास
रचना – भक्तनामावली , रचनाकाल – वि० सं० 1698
इसमें ध्रवदास ने 116 भक्त कवियों का संक्षिप्त जीवन चरित्र वर्णित किया है ।
5 . तुलसी ( तुलसीदास नहीं )
रचना – कविमाला , रचनाकाल – वि० सं० 1712
इसमें 74 कवियों की कविताओं का संग्रह है।
6 . कालिदास त्रिवेदी
रचना – कालिदास हजारा , रचनाकाल – वि० सं० 1775
इसमें 212 कवियों की लगभग 1000 कविताओं का संकलन है। शिवसिंह सेंगर ने इसी के आधार पर ‘शिवासिंह सरोज ‘ लिखा ।
और पढ़े :- हिन्दी साहित्य का इतिहास
7 . बलदेव
रचना – सत्कवि गिरा विलास , रचनाकाल – वि० सं ० 1803
इसमें 17 कवियों की रचनाओं का परिचय है। जैसे – केशवदास , चिंतामणि , बिहारी , मतिराम आदि।
8 . सूदन
रचना – कवि नामावली , रचनाकाल – वि० सं० 1810
इसमें सूदन ने 10 कवियों का नामोल्लेख कर उनकों प्रणाम किया है।
9 . सुब्बा सिंह
रचना – विद्वान मोद तरंगिणी , रचनाकाल – वि० सं० 1874
इसमें 46 कवियों की कविताओं का संग्रह है। षड्तु वर्णन , नख -शिख वर्णन , दूती वर्णन भी मिलता है।
10 . कृष्णानंद व्यास देव
रचना – राग सागरोद् भव राग कल्पद्रुम , रचना काल – वि० सं० 1900
इनमें कृष्ण के उपासक 200 से अधिक कवियों की कविताओं का संकलन है।
11. सरदार कवि
रचना – श्रंगार संग्रह , रचनाकाल – वि० सं० 1904
इसमें 125 कवियों की प्रमुख कविताओं का संकलन , काव्य के विभिन्न अंगो का भी उल्लेख हुआ है।
12 . ठाकुर प्रसाद
रचना – रस चंद्रोदय , रचनाकाल – वि० सं० 1920
इनमें बुंदेलखण्ड के 242 कवियों का परिचय एवं उनकी कविताओं का संकलन है।
13. गोकुल प्रसाद
रचना – दिग्विजय भूखन , रचनाकाल – वि० सं० 1926
इसमें 192 कवियों की कविताओं का संग्रह है।
14. महेशदत्त
रचना – भाषा काव्य संग्रह , रचनाकाल – वि० सं० 1932
इसमें अनेक कवियों की कविताओं का संग्रह है।
15. देवी प्रसाद मुमिक
रचना – कवि रत्नमाला , रचनाकाल – वि० सं० 1968
इसमें राजस्थान के 108 कवियों का परिचय एवं उनकी कविताओं का संकलन है ।
16. हफीजुल्ला खाँ
रचना – हफीजुल्ला खाँ हजारा , रचनाकाल – वि० सं० . 1972
इसमें इस रचना के दो भाग है , इसमें लगभग एक हजार कवियों के कवित्त एवं सवैयों का संकलन है।
17 . लाला भगवान दीन
रचना – सूक्ति सरोवर , रचनाकाल – वि० सं० 1979
इसमें ब्रजभाषा के कवियों की साहित्यिक विषयों पर सुक्तियों का संकलन है।
18. लाला सीताराम
रचना – सेलेक्शन्स फ्राँम हिन्दी लिटरेचर , रचनाकाल – वि ० सं० 1978 – 1984
इसमें कवियों की आलोचना एवं उनकी कविताओं का संग्रह
19. मोनियर विलियम्स
रचना – हिंदूइज्म एंड ब्रह्मनिज्म , रचनाकाल – वि ० सं० 1940
इसमें हिंदू धर्म से संबंधित कवियों एवं उनकी रचनाओं की आलोचना की है तथा हिन्दू धर्म के सिद्धांतों का निरुपण
20. बेसकट
रचना – कबीर एंड दी कबीर पंथ , रचनाकाल – वि० सं० 1964
इसमें कबीर और कबीर पंथ के आदर्शों , मान्यताओं का चित्रण किया गया है।
21. मेकालिक
रचना – हिस्ट्री ऑफ दि सिक्ख रिलिजन , रचनाकाल – वि० सं० 1965
इसमें सिक्ख धर्म के उद्भव एवं विकास का वर्णन है और सिक्ख धर्म के अंतर्गत लिखी गई हिंदी कविताओं का संग्रह है ।
22. मैकनिकाल
रचना – इंडियनथीज्म , रचनाकाल – वि० सं० 1972
इसमें हिंदू धर्म के दार्शनिक सिद्धांतों का स्पष्टीकरण किया गया है और हिंदू धर्म से सम्बन्धित कवियों का भी उल्लेख किया गया है।
23. ब्रिग्स
रचना – गोरखनाथ एंड दि कनफटा योगीज् , रचनाकाल – वि० सं० 1955
इसमें गोरखनाथ और नाथ सम्प्रदाय की धार्मिक मान्यताओं की विवेचना की गई है। नाथ पंथ से सम्बन्धित कवियों का भी विवरण दिया गया है।
24. नागरी प्रचारिणी सभा की खोज रिपोर्ट
मुख्य खोजकर्ता :- 1 . शुकदेव बिहारी मिश्र 2. श्यामसुंदर दास 3. हीरालाल
# हस्तलिखित ग्रंथ की खोज का कार्य चला – 1900 – 1921 ई० तक
# इसी के आधार पर ‘ मिश्रबंधु विनोद ‘ लिखा गया
25. राजस्थान के हस्तलिखत ग्रंथों की खोज
खोजकर्ता – मोतीलाल मेनारिय
खोजकार्य – वि० सं० 1995 से 1998 के बीच
इसमें राजस्थान के कवियों का परिचय एवं उनकी रचनाओं का विवरण है।
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